आज हम अपनी पोस्ट के माध्यम से बिहार की अर्चना शर्मा (Co-founder – Aidhive Workshop Pvt Ltd) की सफलता की यात्रा से आपको रूबरू करने जा रहे है | जोश टॉक में दिए एक इंटरव्यू के माधयम से उन्होंने बताया की वह एक फर्स्ट जनरेशन एंटरप्रेन्योर है | जिन्होंने मात्र 24 साल की उम्र में बिहार में स्टार्ट अप किया जिससे सालाना ३५ से ४० लाख का टर्नओवर जनरेट करती है | जिससे इन्होने देश लाखो युवाओ को सिद्ध कर दिया की जहां चाह होती है वही राह होती है
अर्चना जी की सफलता कहानी पटना की गलियों से शुरू होती है, इनका कहना है , जब अपने स्टार्टिंग फेज में थी तो लोग उन पर विश्वास नहीं करते थे उनको लगता था की यह छोटी सी लड़की है पता नहीं क्या करेगी ,कर भी पाएगी कि नहीं कर पाएगी | इंटरव्यू में आगे बताती है कि उन्होंने पटना के बहुत सारे कॉलोनी और गलियों और ऑफिसेस पर दरवाजो पर जाकर नॉक करती और पम्पलेट देती थी इन्होने अपना बिज़नेस अर्चना अपने सह-संस्थापक साथ स्टार्ट किया | आज इनकी टीम करीब ४०० के आस पास हो गयी है अथक परिश्रम से अपने ग्राहकों की संख्या को मुट्ठी भर से बढ़ाकर आश्चर्यजनक रूप से 100,000 तक पहुंचा दिया।
अर्चाना शर्मा के जीवन के शैक्षिक पहलू
अर्चना जी आगे बताती हैं कि इन्होने अपनी प्रारंभिक शिक्षा – अपने दादा दादी के पास मुंगेर में रह कर सरस्वती विद्या मंदिर से की | इसके बाद ये अपने माता – पिता के साथ जमालपुर में रहकर नॉटर डम अकेडमी से अपनी माध्यमिक शिक्षा पूर्ण की | इंग्लिश साहित्य से MNC से B.A किया लैंगिक रूढ़िवादिता को चुनौती देने से लेकर महत्वपूर्ण शैक्षणिक मील के पत्थर के दौरान बीमारी से जूझने तक, अर्चना की यात्रा सामान्य से बहुत दूर थी।
जीवन का निर्णायक मोड़
जीवन का निर्णायक मोड़ तब आया जब भाग्य ने उसे दो उल्लेखनीय व्यक्तियों – बनाज़िर और विश्वास – से मिलवाया, जो इनके व्यवसाय में एक मजबूत सहायक स्तंभ के रूप में और व्यावसायिक भागीदार बन गए। फिर क्या था मात्र ९०००० की मामूली राशि से अपना बिज़नेस स्टार्ट किया जिससे ३५ लाख तक का टर्नओवर कर दिया है
टीम और सेवाएं
अर्चना आज 12 inbound or 300 outbound team के लोगों के साथ हैं जो 60 सेवाएं प्रदान करते हैं और 30-35 लाख का व्यापार करते हैं। उनकी कहानी दृढ़ता और अपने में विश्वास की शक्ति को दिखाती है, जो लोगों को सामाजिक सीमाओं से मुक्त होकर अपने मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती है।
उपलब्धियां –
आज इनकी सर्विस डोमेस्टिक से कमर्शियल हो गयी है और ये प्रदेश के बड़े – २ संस्थान जैसे – तारामंडल ,एल.एन.टी , सचिवालय और अनेको मुख्य संस्था के साथ काम का अनुभव है
“अर्चना शर्मा जी की कहानी हमें यह सिखाती है कि हार मानना कभी विकल्प नहीं होना चाहिए, और अपने सपनों पर विश्वास बनाए रखना बहुत जरूरी है। उनकी यात्रा से हमें यह सिख मिलती है कि संघर्ष से ही सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंच सकते हैं।”
“हमने इस पोस्ट मे छोटी से छोटी जानकारी सरल तरीके से आपको समझाने की पूरी कोशिश और हमारे द्वारा दिया दी गयी जानकारी पूरी तरह से ऑनलाइन माध्यम youtube- https://www.youtube.com/watch?v=I43RUF4wzwY को एकत्र करके प्रदर्शित की गयी है | आप अपने उपयोगी सुझाव हमारे साथ साझा कर सकते है “