Shillong Teer क्या है? / What is Shillong Teer?
दोस्तों अगर आप भारत के पूर्वोत्तर राज्य मेघालय से है तो आपने कभी न कभी Shillong Teer (शिलांग तीर ) गेम के बारे में जरूर सुना होगा | ये एक रोमांचक खेल है जिसमे तीरंदाजी और सट्टेबाजी को आपस में जोड़ती है। यह एक लोकप्रिय पारंपरिक खेल है यह मेघालय राज्य के शिलांग शहर में खेला जाता है। ये खेल खासी लोगों के बीच तीरंदाजी एक पारंपरिक खेल है यह खेल पूर्वोत्तर राज्य के स्थानीय लोगो की संस्कृति से जुड़ा हैं , क्योकि उनका मानना है कि ये ईश्वर का दिव्य उपहार है। पूर्वोत्तर राज्य मेघालय शिलांग के बहुत से लोगो के लिए मनोरंजन और आय का स्रोत है।
शिलांग तीर कैसे खेला जाता है
शिलांग तीर गेम में तीर चलाने वाला व्यक्ति एक गोलाकार बोर्ड जिसमे १ से लेकर १० तक नंबर छापे होते है ,उस गोलाकार बोर्ड पर तीर से निशाने लगाता हैं। खिलाड़ी निशाने में लगने वाले तीरों की संख्या पर बेट लगाते हैं। इस खेल के माध्यम से खेल में भाग लेने वाले लोगों के लिए यह मनोरंजन और दावेदारी का एक अनोखा अनुभव प्रदान करता है।
खेल पर सरकारी नियंत्रण में लाइसेंसिंग और काउंटर प्रणाली का उपयोग –
खेल को विनियमित करने के लिए, सरकार तीर काउंटरों के लिए लाइसेंस जारी करती है। ये काउंटर दांव लगाने के केंद्र के रूप में काम करते हैं मेघालय में 11 जिलों में लगभग 5,500 टिकट काउंटर वितरित हैं। एक दिन में, खिलाड़ी को दागे गए और लक्ष्य पर लगने वाले तीरों की कुल संख्या के अंतिम दो अंकों का अनुमान लगाना होगा।
शिलांग तीर खेल के लिए नियम और विनियम
शिलांग तीर खेलने के लिए सबसे पहले स्थानीय विक्रेताओ से एक टिकट खरीदना होगा और फिर उसके बाद एक दांव लगाने के लिए एक नंबर चुनना होगा , जो आपको लगता है विजयी बना सकता है । इस खेल में 0 से 99 तक संख्याये होती है। तीरंदाज द्वारा दांव लगाने के बाद, वह एक एक करके लक्ष्य पर तीर को चलाता है तथा पहले और दूसरे राउंड में लक्ष्य पर चलाये गए वाले तीरों की कुल संख्या के आधार पर जीतने की संख्या तय करती है।
गेमप्ले और स्कोरिंग का तरीका
इस खेल तीरंदाज कुल ५० तीर चलाने की अनुमति होती है , जिन्हे तीरंदाज दो राउंड में खेलता हैं। पहले राउंड में खिलाड़ी अधिकतम 30 तीर चला सकते हैं, जबकि दूसरे राउंड में उन्हें 20 तीर चलाने की अनुमति होती है। तीरंदाज़ी के दो राउंड के दौरान तीरों की कुल संख्या के अंतिम दो अंकों पर दांव लगाकर प्रतिभागी शामिल होते हैं। लॉटरी का विजेता वह व्यक्ति होता है जो संख्या की सही भविष्यवाणी करता है।
उदाहरण के लिए
“यदि किसी तीरंदाज कुल तीरो को मिलाकर टोटल ७१० अंक अर्जित किया है, तो जीतने वाली संख्या १० (अंतिम दो अंक) है। “
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शिलांग तीर टिकट की कीमत?
अगर आप शिलांग तीर की कीमत के बारे जानना तो हम आपको बता दे कि ये १ रु से लेकर १०० रुपया तक पड़ती है और यह निर्भर करता है कि आप कितनी रकम पर बेट कर रहे हैं। जीतने वाले अंकों पर लगे बेट्स के अनुसार प्राइज़ तय की जाती है। यह एक तरह का लॉटरी है और इसमें भाग लेने वाले लोगों की संख्या और लगाए गए बेट की राशि पर निर्भर करता है।
शिलांग तीर खेल मे पुरस्कार
शिलांग तीर खेल मे पुरस्कार और परिणाम: खिलाड़ी अंतिम संख्या से मेल खाने वाले अपने दांव की सटीकता के आधार पर अलग-अलग राशि जीतते हैं। साधारणता इस खेल में प्रतिभागी ६० रु से लेकर ४००० तक जीतता है |
शिलांग तीर गेम के लिए कार्यदिवस और स्थान
शिलांग तीर को सम्पूर्ण मेघालय राज्य में सोमवार से शनिवार तक रोज खेला जाता जबकि रविवार के दिन इस खेल का आयोजन नहीं होता है यह खेल आमतौर पर दोपहर के समय होता है। तथा इस खेल में प्रदेश के विभिन हिस्सों से प्रतिभागी भाग लेते है | शिलांग में ये खेल पोलो ग्राउंड में आयोजित किए जाता हैं। शिलांग के लोगो के लिए अपनी योग्यता प्रदर्शित करने और एक्स्ट्रा आय को अर्जित करने का स्त्रोत है
खेल क़ानूनी रूप से वेध है ?
जी हाँ , शिलांग तीर खेल मेघालय में एक कानूनी सट्टेबाजी खेल और इस कानून द्वारा वैध घोषित किया गया है , और इसे मेघालय मनोरंजन और सट्टेबाजी कर (संशोधन) अधिनियम, 1982 द्वारा विनियमित किया जाता है। सरकार द्वारा नियमन के लिए एक अलग से नियमन संस्था का गठन किया गया है जो समय -२ पर दिशा निर्देश जारी करता रहता है
शिलांग तीर रिजल्ट कैसे देखें
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राज्य में आयोजित कुछ अन्य प्रतियोगिताएँ
- खानापारा तीर/Khanapara Teer
- लैड्रीमबाई तीर/ Ladrymbai Teer
- जोवाई तीर /Jowai Teer
आजीविका स्रोत:
लगभग 300,000 व्यक्तियों के लिए, शिलांग तीर गेम आय के प्राथमिक या द्वितीयक स्रोत के रूप में कार्य करता है। यह महज़ एक खेल नहीं है बल्कि समुदाय के भीतर एक महत्वपूर्ण आर्थिक योगदानकर्ता है।
निरंतर लोकप्रियता:
शिलांग तीर की निरंतर लोकप्रियता का एक मुख्य कारण इससे लोगो में स्पोर्ट्स के प्रति रूचि पैदा करना भी क्योकि कई बार कुशल तीरंदाज देश के लिए अपने तीरंदाजी गेम के कौशल के बदौलत देश की तरफ से ओलम्पिक में भी प्रतिनिधित्व करते है | और सरकार को भी इस गेम से अच्छा खासा कर प्राप्त होता है|
शिलांग तीर गेम का सांस्कृतिक जुड़ाव महत्त्व
अर्थशास्त्र से परे, शिलांग तीर गेम देश व राज्य के समुदाय को एक सूत्र में बांधता है। यह एक सांस्कृतिक प्रथा है, जो सौहार्द को बढ़ावा देती है और सामाजिक संपर्क के केंद्र बिंदु के रूप में कार्य करती है।
निष्कर्ष
शिलांग तीर खेल एक परंपरा, समुदाय सहभागिता और खेलने की किस्मत का मिश्रण है। इसमें तीरंदाज कौशल और लॉटरी जैसी प्रणाली का मिलन और शिलांग की संस्कृति का सार है। साथ ही यह मनोरंजन, आजीविका और विरासत का प्रतीक है, जो लोगों के दिलों में गहरी छाप छोड़ता है।
शिलांग तीर के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
“हमने इस पोस्ट मे छोटी से छोटी जानकारी सरल तरीके से आपको समझाने की पूरी कोशिश और हमारे द्वारा दिया दी गयी जानकारी पूरी तरह से स्थानीय और ऑनलाइन माध्यम को एकत्र करके प्रदर्शित की गयी है | आप अपने उपयोगी सुझाव हमारे साथ साझा कर सकते है “